Wednesday, March 8, 2023
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
ट्विटर आइकनमुख्य विषयवस्तु में जाएंदाखिल करनापंजीकरण करवानाहिन्दी भारत सरकार
लोगो खोज - कीवर्ड, वाक्यांश Abhishek Singh visit know.... Home प्रधानमंत्री कृषि
सिंचाई योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 1
जुलाई, 2015 को "हर खेत को पानी" के आदर्श वाक्य के साथ शुरू की गई , प्रधानमंत्री
कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) सुनिश्चित सिंचाई के साथ खेती वाले क्षेत्र का
विस्तार करने, पानी की बर्बादी को कम करने और पानी के उपयोग की दक्षता में सुधार
करने के लिए कार्यान्वित की जा रही है। PMKSY न केवल सुनिश्चित सिंचाई के लिए स्रोत
बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि " जल संचय " और " जल सिंचन " के माध्यम से
सूक्ष्म स्तर पर वर्षा जल का दोहन करके सुरक्षात्मक सिंचाई भी करता है। " प्रति
बूंद-अधिक फसल " सुनिश्चित करने के लिए सब्सिडी के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई को भी
प्रोत्साहित किया जाता है । PMKSY की निगरानी और निगरानी एक अंतर-मंत्रालयी
राष्ट्रीय संचालन समिति (NSC) द्वारा की जाएगी, जिसका गठन संबंधित मंत्रालयों के
केंद्रीय मंत्रियों के साथ प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में किया जाएगा। नीति आयोग
के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एनईसी) का गठन किया
जाएगा जो कार्यक्रम कार्यान्वयन, संसाधनों के आवंटन, अंतर-मंत्रालयी समन्वय,
निगरानी और प्रदर्शन मूल्यांकन, प्रशासनिक मुद्दों को संबोधित करने आदि की देखरेख
करेगी। उद्देश्यउद्देश्य पीएमकेएसवाई के व्यापक उद्देश्यों में शामिल हैं: क्षेत्र
स्तर पर सिंचाई में निवेश के अभिसरण को प्राप्त करना (जिला स्तर की तैयारी और, यदि
आवश्यक हो, तो उप जिला स्तर जल उपयोग योजनाएं)। खेत पर पानी की भौतिक पहुंच को
बढ़ाएं और सुनिश्चित सिंचाई (हर खेत को पानी) के तहत खेती योग्य क्षेत्र का विस्तार
करें। उपयुक्त तकनीकों और प्रथाओं के माध्यम से पानी का सर्वोत्तम उपयोग करने के
लिए जल स्रोत, वितरण और इसके कुशल उपयोग का एकीकरण। बर्बादी को कम करने और अवधि और
सीमा दोनों में उपलब्धता बढ़ाने के लिए खेत में पानी के उपयोग की दक्षता में सुधार
करें। परिशुद्धता - सिंचाई और अन्य जल बचत प्रौद्योगिकियों (अधिक फसल प्रति बूंद)
को अपनाने में वृद्धि करें। जलभृतों के पुनर्भरण में वृद्धि करना और स्थायी जल
संरक्षण प्रथाओं को लागू करना। मृदा और जल संरक्षण, भूजल के पुनर्जनन, अपवाह को
रोकने, आजीविका के विकल्प प्रदान करने और अन्य NRM गतिविधियों के लिए वाटरशेड
दृष्टिकोण का उपयोग करके वर्षा सिंचित क्षेत्रों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करें।
किसानों और जमीनी स्तर के फील्ड कार्यकर्ताओं के लिए जल संचयन, जल प्रबंधन और फसल
संरेखण से संबंधित विस्तार गतिविधियों को बढ़ावा देना। उप-शहरी कृषि के लिए उपचारित
नगरपालिका अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग की व्यवहार्यता का अन्वेषण करें। एसएलएससी ,
एनईसी और एनएससी संबंधित राज्यों के मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय
मंजूरी समिति (एसएलएससी) परियोजनाओं को मंजूरी देने, इसके कार्यान्वयन की देखरेख और
निगरानी के लिए अधिकृत हैं। नीति आयोग के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में राष्ट्रीय
कार्यकारी समिति (एनईसी) कार्यक्रम कार्यान्वयन, संसाधनों के आवंटन, अंतर-मंत्रालयी
समन्वय, निगरानी और प्रदर्शन मूल्यांकन, प्रशासनिक मुद्दों को संबोधित करने की
देखरेख करेगी। राष्ट्रीय स्तर पर, माननीय प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में एक
अंतर-मंत्रालयी राष्ट्रीय संचालन समिति (NSC) द्वारा कार्यक्रम की निगरानी और
निगरानी की जानी है, जिसमें केंद्रीय मंत्री संबंधित मंत्रालयों के सदस्य हैं।
किसान हितैषी पहलकिसान हितैषी पहल प्रत्येक किसान को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी
करने के लिए एक नई योजना शुरू की गई है । मृदा और उर्वरक परीक्षण प्रयोगशालाओं की
स्थापना के माध्यम से देश में मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा रहा है। 34
लाख मिट्टी के नमूने एकत्र किए गए हैं और विश्लेषण जारी है। जैविक खेती को बढ़ावा
देने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना " परंपरागत कृषि विकास
योजना " शुरू की गई है। किसानों से संबंधित विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए
दूरदर्शन द्वारा एक समर्पित किसान चैनल शुरू किया गया है। सरकार किसान उत्पादक
संगठनों के गठन को भी प्रोत्साहित कर रही है। प्राकृतिक आपदा की स्थिति में किसानों
को इनपुट सब्सिडी के रूप में दी जाने वाली सहायता में 50 प्रतिशत की वृद्धि की गई
है। प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित किसानों को फसल नुकसान के 50 प्रतिशत से अधिक के
पिछले मानक से 33 प्रतिशत तक सहायता प्रदान करने के लिए मानदंडों में ढील दी गई है।
विभिन्न खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि की गई है। दालों
के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल के बोनस की घोषणा की गई है। पिछले वर्ष की तुलना
में दालों के तहत क्षेत्र कवरेज में वृद्धि हुई है। डीआईपी और एसआईपी पीएमकेएसवाई
का उद्देश्य एक 'विकेंद्रीकृत राज्य स्तरीय योजना और निष्पादन' संरचना है, ताकि
राज्यों को जिला सिंचाई योजना (डीआईपी) और राज्य सिंचाई योजना (एसआईपी) तैयार करने
की अनुमति मिल सके। डीआईपी में जिले के समग्र विकासात्मक परिप्रेक्ष्य में तीन
घटकों नामत: जल स्रोतों, वितरण नेटवर्क और जिले के जल उपयोग अनुप्रयोग को दो स्तरों
- ब्लॉक और जिला में तैयार करने के लिए मध्यम से लंबी अवधि की विकास योजनाओं को
रेखांकित किया जाएगा। योजनाओं के तहत बनाई गई सभी संरचनाओं को जियोटैग किया जाएगा।
योजना का विश्लेषण प्रगतिशील राज्य : आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश,
महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना प्रदर्शन करने वाले राज्य : पंजाब,
झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा वे राज्य जहां सूक्ष्म सिंचाई अभी तक गति पकड़ नहीं
पाई है : अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और पश्चिम बंगाल पीएमकेएसवाई के
घटकपीएमकेएसवाई के घटक जल संसाधन : स्रोत वृद्धि, वितरण, भूजल विकास, लिफ्ट सिंचाई,
जल की अधिकता से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पानी का मोड़, IWMP से परे वर्षा
जल संचयन , MGNREGA , पारंपरिक जल निकायों की मरम्मत, बहाली, नवीकरण। प्रति बूंद
अधिक फसल (सूक्ष्म सिंचाई): खेतों में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (ड्रिप और
स्प्रिंकलर) की स्थापना, विस्तार गतिविधियाँ, समन्वय और प्रबंधन। वाटरशेड : रिज
एरिया ट्रीटमेंट, ड्रेनेज लाइन ट्रीटमेंट, मिट्टी और नमी संरक्षण, जल संचयन संरचना,
आजीविका समर्थन गतिविधियाँ और अन्य वाटरशेड कार्य। सूक्ष्म सिंचाई के लाभ उच्च लाभ
जल बचत और जल उपयोग दक्षता (WUE) कम ऊर्जा लागत उच्च उर्वरक-उपयोग दक्षता (एफयूई)
कम श्रम लागत सोली हानि कम करें सीमांत सोलिस और पानी कुशल और लचीला फसल की
गुणवत्ता में सुधार उच्च उपज सम्बंधित लिंक्स त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम
(एआईबीपी) प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का
wwwsarariyojana.blogsport.com
: प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वर्ष 2015 में लागु की गयी थी। इस योजना को सिंचाई करने के साथ खेती के क्षेत्र का विस्तापन करने और पानी की बर्बादी कम करने तथा पानी में सुधार करने के लिए लागू किया गया है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना: ऑनलाइन आवेदन | एप्लीकेशन फॉर्म, PMKSY 2023
4th February 2023 by PMY Team
Pradhanmantri Krishi Sichai Yojana Online Registration @ pmksy.gov.in | पीएम कृषि सिचांई स्कीम ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया क्या है और Pradhanmantri Krishi Sichai Yojana Application Form तथा एप्लीकेशन स्टेटस कैसे देखे |
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए की गयी है ।इस योजना के अंतर्गत देश के किसानो को अपने खेतो की सिचाई के लिए उपकरणों के लिए सब्सिडी प्रदान की (Farmers of the country will be provided subsidy for equipment for irrigation of their fields.) जाएगी । यह सब्सिडी किसानों को उन सभी योजनाओं के लिए भी प्रदान की जायेगी। जिसमे पानी की बचत, कम महनत और साथ ही खर्चे की भी सही तरह से बचत हो सकेगी ।जिससे किसानों को अपने खेतो में सिंचाई करने में सुविधा होगी । आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से PMKSY 2023 से जुडी सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे है ।अतः हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े ।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना: कम पानी में अधिक उत्पादन लेने में काफी मददगार है यह स्कीम
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अभिषेक तिवारी Mar 27, 2022 | 6:28 PM
देश में करीब 14 करोड़ हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है. 2015 में जब प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू हुई तब 6.5 करोड़ हेक्टेयर जमीन पर ही सिंचाई की सुविधाएं उपलब्ध थीं. इसका मतलब यह हुआ कि आधे से भी ज्यादा खेती की जमीन बारिश के पानी पर निर्भर थी.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना: कम पानी में अधिक उत्पादन लेने में काफी मददगार है यह स्कीम
पिछले साल दिसंबर में सरकार ने इस योजना को 5 साल बढ़ाने की मंजूरी दी थी.
Image Credit Source: TV9 (फाइल फोटो)
किसानों की आय (Farmers Income) दोगुना करने के लिए सरकार तरह-तरह से प्रयास कर रही है. कई ऐसी योजनाएं लाई जाती हैं, जिससे किसान आर्थिक लाभ उठा सकते हैं. इसी तरह की एक योजना है जो कम पानी में किसानों को खेती में मदद करती है. अगर कम पानी वाले क्षेत्र में फसलों (Crops) से अच्छा उत्पादन हासिल करना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana) आपके लिए एक कारगर योजना साबित हो सकती है.
योजना से किसानों को मिल रहे लाभ को देखते हुए केंद्र सरकार ने दिसंबर, 2021 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को 5 साल के लिए बढ़ाकर 2026 तक के लिए मंजूरी दे दी थी. योजना को बढ़ाते वक्त सरकार ने जानकारी दी थी कि इससे करीब 22 लाख किसानों को फायदा होगा, जिसमें 2.5 लाख अनुसूचित जाति और 2 लाख अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसान हैं. वहीं कुल लागत का अनुमान 93,068 करोड़ रुपए है.
योजना का मकसद हर खेत तक पानी पहुंचाना
देश में करीब 14 करोड़ हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है. 2015 में जब प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू हुई तब 6.5 करोड़ हेक्टेयर जमीन पर ही सिंचाई की सुविधाएं उपलब्ध थीं. इसका मतलब यह हुआ कि आधे से भी ज्यादा खेती की जमीन बारिश के पानी पर निर्भर थी.
जाहिर है वर्षा आधारित क्षेत्रों में पैदावार कम होती है. इस वजह से किसानों को उतना लाभ नहीं मिलता जितना मिलना चाहिए. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का असल मकसद हर खेत तक पानी पहुंचाना है. यह एक अम्ब्रेला स्कीम है और इसमें मुख्य रूप से दो घटकों को शामिल किया गया है.
योजना के तहत पानी बचाने पर भी जोर
त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम यानी एआईपीपी और हर खेत को पानी के भी चार घटक हैं. इसमें कमांड एरिया डेवलपमेंट, सरफेस माइनर इरीगेशन, जल निकायों की मरम्मत, नवीनीकरण और बहाली तथा चौथा घटक है भूजल विकास. इस सिंचाई योजना में भी दूसरे मंत्रालयों के दो घटकों को शामिल किया गया है. पहला घटक, प्रति बुंद अधिक उपज है. दूसरे घटक का नाम वाटर शेड विकास है.
सिंचाई योजना का उदेश्य खेत तक पानी की पहुंच को बढ़ाना और सुनिश्चित सिंचाई के तहत खेती योग्य भूमि का विस्तार करना है. इसके अलावा खेत में पानी के उपयोग की दक्षता में सुधार करना और स्थायी जल संरक्षण प्रथाओं को पेश करना भी शामिल था. पानी की बचत भी इस योजना का एक प्रमुख पहलू है. 2020-21 के दौरान इस योजना के तहत 9 लाख 38 हजार हेक्टेयर फसलों को सूक्ष्म सिंचाई के तहत लाया गया है. इसमें टपक और फव्वारा दोनों तरह की विधियां शामिल हैं.
यह भी पढ़ें- हल्दी की खेती किसानों के लिए है काफी फायदेमंद, अलग-अलग रूपों में इस्तेमाल से मांग बढ़ने का मिल रहा लाभ
Follow us on
Tags
Agriculture And Farmer
Farming In India
Irrigation Scheme
Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana
Network
TV9Telugu.com
TV9Marathi.com
TV9Kannada.com
TV9Gujarati.com
TV9Bangla.com
News9live.com
Money9.com
TV9Punjabi.com
Trends9.com
ट्रेंडिंग
Follow u
Copyright © 2023 TV9 Hindi. All rights reserved.
Table of Contents
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2023 (PM Krishi Sinchai Yojana in Hindi)
पीएम कृषि सिंचाई योजना क्या है (What is PM Krishi Sinchai Yojana)
पीएम कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य (PM Krishi Sinchai Yojana Objectives)
पीएम कृषि सिंचाई योजना में लाभ एवं विशेषताएं (Benefit and Features)
पीएम कृषि सिंचाई योजना 2026 तक विस्तारित की गई (Latest Update)
हर खेत को पानी योजना के लिए आर्थिक सहायता (Her Khet ko Pani Yojana)
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के घटक (PM Krishi Sinchai Yojana Components)
पीएम कृषि सिंचाई योजना में पात्रता (PM Krishi Sinchai Yojana Eligibility)
पीएम कृषि सिंचाई योजना में दस्तावेज (PM Krishi Sinchai Yojana Documents)
पीएम कृषि सिंचाई योजना में आवेदन (Online Application)
पीएम कृषि सिंचाई योजना एमआईएस रिपोर्ट देखें (Check MIS Report)
पीएम कृषि सिंचाई योजना हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर (Helpline Toll free Number)
FAQ
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में क्या है?
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य क्या है?
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अधिकारिक वेबसाइट क्या है?
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का हेल्पलाइन नंबर क्या है?
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना कब प्रारंभ की गई?
योजना का नाम पीएम कृषि सिंचाई योजना
किसने शुरू की पीएम मोदी
उद्देश्य किसानों को लाभ देना
लाभार्थी देश के किसान
हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1551
पीएम कृषि सिंचाई योजना क्या है (What is PM Krishi Sinchai Yojana)
देश में ऐसे कई इलाके हैं, जहां पर फसलों को उचित समय पर पानी नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से किसानों की फसलें खराब हो जाती है। इसकी वजह से देश में अनाज उत्पादन भी कम होता है, साथ ही किसानों को भी आर्थिक नुकसान होता है। इसीलिए ऐसे इलाकों में सिंचाई की उचित व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की हुई है। इस योजना के अंतर्गत सिंचाई की अव्यवस्था को सरकार के द्वारा दूर करने का प्रयास किया जाएगा और खेतों में सिंचाई के लिए पानी की उचित व्यवस्था की जाएगी। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, ट्रस्ट, सहकारी कमेटी, इनकॉरपोरेटेड कंपनी, उत्पादक किसान के ग्रुप के मेंबर और दूसरी पात्रता रखने वाले इंस्टिट्यूट के मेंबर को फायदा दिया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार के द्वारा तकरीबन ₹50000 का बजट तय किया गया है।
सभी जानकारियों को दर्ज करने के बाद आपको व्यू वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होता है। अब संबंधित इंफॉर्मेशन आपके डिवाइस की स्क्रीन पर आ जाती है।
पीएम कृषि सिंचाई योजना हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर (Helpline Toll free Number)
इस पोस्ट के द्वारा हमने आपको प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई। इसके बाद अगर आप इस योजना के बारे में अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं या फिर आप योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत को दर्ज करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का हेल्पलाइन नंबर पता होना चाहिए। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 है।
होमपेज यहां क्लिक करें
अधिकारिक वेबसाइट यहां क्लिक करें
FAQ
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में क्या है?
Ans : सिंचाई की उचित व्यवस्था के लिए शुरू की गई योजना है।
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य क्या है?
Ans : सही समय पर फसलों में सिंचाई करवाना।
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
Ans : अधिकारिक वेबसाइट से आवेदन किया जा सकता है।
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अधिकारिक वेबसाइट क्या है?
Ans : ऊपर दी हुई है।
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का हेल्पलाइन नंबर क्या है?
Ans : 1800-180-1551
Q : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना कब प्रारंभ की गई?
Ans : साल 2015
अन्य पढ़ें –
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
प्रधानमंत्री किसान मानधन पेंशन योजना
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
CategoriesCentral Yojana
गांव की बेटी योजना मध्यप्रदेश 2023, ऑनलाइन फॉर्म (Gaon ki Beti Yojana MP in Hindi)
Scholarship Scheme 2023: केंद्र सरकार सभी छात्रों को दे रही है 75,000 रूपये छात्रवृत्ति, जल्दी करें आवेदन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
धान का भाव PB-1 शक्ति वर्धक, 1509 ,1121,1401,1718, साधारण धान ,1637, धान की हाइब्रिड वैरायटी
Date:-23/11/24. by Abhishek Singh Day:-Saturday namaskar Kisan mitron Aaj ham Madhya Pradesh ki pratyek Mandi ka bhav aapke sa...
-
Abhishek Singh visit know... India’s Best Travel Bloggers By Pritha Rajkhowa November 9, 2016 2,064,461Views Quick Jumplinks to Navigate 1. ...
-
Home Betting Tips Sunrisers Hyderabad vs Delhi Capitals, 34th T20 Match Prediction 150% Sports Welcome up to ₹32,000 CLAIM NOW SUNRISERS H...
-
Mario José Molina Henríquez (19 March 1943 – 7 October 2020), [7] known as Mario Molina , was a Mexican chemist. He played a pivotal ...
No comments:
Post a Comment