Monday, March 6, 2023

होली क्यों मनाई जाती है.....? Holi kyon manae jaati hai...?

     


होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

आधिकारिक नाम

होली
अन्य नाम
फगुआ, धुलेंडी, छारंडी(राजस्थान मैं) दोल
अनुयायी
हिन्दू, भारतीय, भारतीय प्रवासी, नेपाली, नेपाली प्रवासी
उद्देश्य
धार्मिक निष्ठा, उत्सव, मनोरंजन
उत्सव
रंग खेलना, गाना-बजाना, हुड़दंग
अनुष्ठान
होलिका दहन व रंग खेलना
आरम्भ
अत्यंत प्राचीन
तिथि
फाल्गुन पूर्णिमा
समान पर्व
होला मोहल्ला, याओसांग इत्यादि
होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में मनाया जाने लगा है।[1] रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।[2] पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन, जिसे प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन इसके अन्य नाम हैं, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं।[3]

राग-रंग का यह लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है।[4] राग अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ही पर इनको उत्कर्ष तक पहुँचाने वाली प्रकृति भी इस समय रंग-बिरंगे यौवन के साथ अपनी चरम अवस्था पर होती है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। होली का त्यौहार वसंत पंचमी से ही आरंभ हो जाता है। उसी दिन पहली बार गुलाल उड़ाया जाता है। इस दिन से फाग और धमार का गाना प्रारंभ हो जाता है। खेतों में सरसों खिल उठती है। बाग-बगीचों में फूलों की आकर्षक छटा छा जाती है। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और मनुष्य सब उल्लास से परिपूर्ण हो जाते हैं। खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं। बच्चे-बूढ़े सभी व्यक्ति सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जाते हैं। चारों तरफ़ रंगों की फुहार फूट पड़ती है।[5] गुझिया होली का प्रमुख पकवान है जो कि मावा (खोया) और मैदा से बनती है और मेवाओं से युक्त होती है इस दिन कांजी के बड़े खाने व खिलाने का भी रिवाज है। नए कपड़े पहन कर होली की शाम को लोग एक दूसरे के घर होली मिलने जाते है जहाँ उनका स्वागत गुझिया,नमकीन व ठंडाई से किया जाता है। होली के दिन आम्र मंजरी तथा चंदन को मिलाकर खाने का बड़ा माहात्म्य है।[6]

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होली का उद्देश्य क्या है...?


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होली मनाने के पीछे क्या कहानी है?
होली की शुरुआत कैसे हुई?
होली क्यों और कब मनाई जाती है?
होली का इतिहास क्या है?
होली की परंपराएं पूरे देश में अलग-अलग हैं और इसकी जड़ें भारतीय पौराणिक कथाओं में हैं। कई स्थानों पर यह त्योहार हिरण्यकशिपु की कथा से जुड़ा है, जो प्राचीन भारत में एक राक्षस राजा था। हिरण्यकशिपु ने विष्णु के एक समर्पित उपासक, अपने पुत्र प्रह्लाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की मदद ली।

होली की सुरूआत केसे हुई..?

- हिरण्यकश्यप के मरने से पहले ही होलिका के रूप में बुराई जल गई और अच्छाई के रूप में भक्त प्रहलाद बच गए। - उसी दिन से होली को जलाने और भक्त प्रहलाद के बचने की खुशी में अगले दिन रंग गुलाल लगाए जाने की शुरुआत हो गई। - इतिहास के जानकार हरिओम दुबे बताते हैं कि एरच को भक्त प्रहलाद की नगरी के रूप में ही जाना जाता है।


होली का दुसरा नाम क्या हैं..?

होली का दूसरा नाम क्या है?
होली भारत का अत्यंत प्राचीन पर्व है जो होली, होलिका या होलाका नाम से मनाया जाता था। वसंत की ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के कारण इसे वसंतोत्सव और काम-महोत्सव भी कहा गया है।







होली के रंगों का क्या मतलब होता है...?

हर रंग का एक अर्थ भी होता है। लाल प्यार और उर्वरता का प्रतीक है; पीला हल्दी का रंग है, जो भारत का मूल पाउडर है और इसका उपयोग प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता है; नीला हिंदू भगवान कृष्ण का प्रतिनिधित्व करता है; और हरा रंग नई शुरुआत के लिए है ।02-Mar-2018

होली के पति का क्या नाम था..?

हिरण्यकश्यप की बहन होलिका का विवाह इलोजी से तय हुआ था और विवाह की तिथि पूर्णिमा निकली। इधर हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रहलाद की भक्ति से परेशान था।

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