Tuesday, February 28, 2023

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना।

मुद्रा विजन

"व्यापक आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए पिरामिड ब्रह्मांड के निचले भाग के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं और मानकों के साथ उत्कृष्ट बेंचमार्क के साथ एक एकीकृत वित्तीय और सहायता सेवा प्रदाता बनना।"

www.udyamimitra.in

मिशन

मुद्रा मिशन

"आर्थिक सफलता और वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने में हमारे सहयोगी संस्थानों के सहयोग से एक समावेशी, टिकाऊ और मूल्य आधारित उद्यमशीलता संस्कृति बनाने के लिए।"

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई)

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) माननीय प्रधान मंत्री द्वारा 8 अप्रैल, 2015 को ऋण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख। इन ऋणों को पीएमएमवाई के तहत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये ऋण वाणिज्यिक बैंक, आरआरबी, लघु वित्त बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी द्वारा दिए जाते हैं। उधारकर्ता ऊपर उल्लिखित किसी भी ऋणदाता संस्थान से संपर्क कर सकता है या इस पोर्टल www.udyamimitra.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। PMMY के तत्वावधान में, MUDRA ने 'शिशु', 'किशोर' और 'तरुण' नाम से तीन उत्पाद बनाए हैं, जो लाभार्थी सूक्ष्म इकाई/उद्यमी की वृद्धि/विकास और वित्त पोषण की जरूरतों को दर्शाने के लिए और अगले के लिए एक संदर्भ बिंदु भी प्रदान करते हैं। स्नातक / विकास का चरण 

"मुद्रा एक पुनर्वित्त संस्थान है। मुद्रा सूक्ष्म उद्यमियों/व्यक्तियों को सीधे उधार नहीं देता है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत मुद्रा ऋण किसी बैंक, एनबीएफसी, एमएफआई आदि के नजदीकी शाखा कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। उधारकर्ता अब भी कर सकते हैं। उदयमित्र पोर्टल (www.udyamimitra.in) पर मुद्रा ऋण के लिए ऑनलाइन आवेदन फाइल करें।



नोट: मुद्रा ऋण प्राप्त करने के लिए मुद्रा द्वारा कोई एजेंट या बिचौलिया नहीं है। उधारकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे मुद्रा/पीएमएमवाई के एजेंट/सुविधाकर्ता के रूप में प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों से दूर रहें।"

ताजा खबर :

2% ब्याज सबवेंशन स्कीम (आईएसएस) शिशु ऋण के तहत दावे प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2022 तक बढ़ा दी गई है। सभी एमएलआई जिन्हें अपने दावों का भुगतान प्राप्त हो गया है और उनकी ओर से कोई और दावा प्रस्तावित नहीं है, उनसे अनुरोध है कि वे अपनी ओर से दावा प्रस्तुत करें। सुलह प्रमाण पत्र और अनुलग्नक (प्रारूप के अनुसार) जल्द से जल्द। कृपया ध्यान दें कि 30 सितंबर, 2022 से आगे की तारीख का कोई और विस्तार नहीं दिया जाएगा, दावों / सुलह विवरण को प्रस्तुत करने के लिए दिया जाएगा। सभी एमएलआई से एक बार फिर अनुरोध किया जाता है कि वे दावे/समाधान विवरण जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2022 नोट करें।मुद्रा - शिशु ऋण के लिए ब्‍याज सबवेंशन योजना।ब्याज अनुदान योजना के संबंध में स्पष्टीकरण6 पदों के लिए दीर्घकालिक अनुबंध के आधार पर भर्ती हेतु विज्ञापन - 13 जनवरी 2022आईसीएएपी और ईआरएम के कार्यान्वयन के लिए सलाहकार की नियुक्ति पर आरएफपी के लिए विज्ञापन - 11 मई, 2022 अपराह्न 3:00 बजेनोट: मुद्रा ऋण प्राप्त करने के लिए मुद्रा द्वारा कोई एजेंट या बिचौलिया नियुक्त नहीं किया गया है। उधारकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे मुद्रा/पीएमएमवाई के एजेंट/सुविधाकर्ता के रूप में प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों से दूर रहें

दृष्टि

मुद्रा विजन

"व्यापक आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए पिरामिड ब्रह्मांड के निचले भाग के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं और मानकों के साथ उत्कृष्ट बेंचमार्क के साथ एक एकीकृत वित्तीय और सहायता सेवा प्रदाता बनना।"

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"आर्थिक सफलता और वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने में हमारे सहयोगी संस्थानों के सहयोग से एक समावेशी, टिकाऊ और मूल्य आधारित उद्यमशीलता संस्कृति बनाने के लिए।"

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई)

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) माननीय प्रधान मंत्री द्वारा 8 अप्रैल, 2015 को ऋण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख। इन ऋणों को पीएमएमवाई के तहत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये ऋण वाणिज्यिक बैंक, आरआरबी, लघु वित्त बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी द्वारा दिए जाते हैं। उधारकर्ता ऊपर उल्लिखित किसी भी ऋणदाता संस्थान से संपर्क कर सकता है या इस पोर्टल www.udyamimitra.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। PMMY के तत्वावधान में, MUDRA ने 'शिशु', 'किशोर' और 'तरुण' नाम से तीन उत्पाद बनाए हैं, जो लाभार्थी सूक्ष्म इकाई/उद्यमी की वृद्धि/विकास और वित्त पोषण की जरूरतों को दर्शाने के लिए और अगले के लिए एक संदर्भ बिंदु भी प्रदान करते हैं। स्नातक / विकास का चरण।

 

स्थापना के बाद से पीएमएमवाई के तहत उपलब्धियां

वित्तीय वर्ष :2022-2023

स्वीकृत पीएमएमवाई ऋणों की संख्या :47164418 *

स्वीकृत राशि : 349884.94 करोड़ *

वितरित राशि : 343956.53 करोड़ *

* अनंतिम डेटा

अंतिम अद्यतन: 24/02/2023


Saturday, February 25, 2023

मछली पालन से मध्य प्रदेश का किसान कमा रहा लाखों, सरकारी योजना का उठाया लाभ

 मछली पालन से मध्य प्रदेश का किसान कमा रहा लाखों, इस सरकारी योजना का उठाया लाभ

                          


मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के रहने वाले किसान संतोष कुमार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ उठा कर अपने खेत में तालाब की खुदाई कराई, इसके बाद 0 पॉइंट 10 हेक्टर जमीन पर बने तालाब पर पंगेश्यम मछली का पालन शुरू किया. अब इससे वह हर साल बंपर मुनाफा हासिल कर रहे हैं।

खेती किसानी में नई-नई तकनीकी आने लगी है, इन तकनीकों के माध्यम से किसान बढ़िया मुनाफा कमाने लगे हैं इधर किसानों के बीच अनुदान पर खेतों में तलाब को खुदवा कर मछली पालन करने का चलन बढ़ा है सरकार भी किसानों को इसके लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है, इससे किसानों के मुनाफे में इजाफा हो रहा है।


खेत में तलाब बनवाकर शुरू किया मछली पालन



मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के रहने वाले किसान संतोष कुमार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ उठाकर अपने खेत में तालाब की खुदाई कराई, इसके बाद 0 पॉइंट 10 हेक्टेयर जमीन पर बने तालाब पर पंगेशियस मछली का पालन शुरू किया, पहले सालों ने 2500 किलो मछली का उत्पादन हासिल हुआ इससे उन्हें 2.50 लाख रू की आय हासिल हुई, लागत निकालने के बाद उन्हें कुल 1.50 लाख रुपए कामुनाफा हुआ, इसी क्रम में दूसरी वर्ष उन्हें लगभग 4000 किलो मछली का उत्पादन कर 300000 से अधिक की आय की प्राप्ति की।



हर साल बढ़ रहा मुनाफ


संतोष ने पिछले साल यानी 2022 में तकरीबन 8000   पंगे सीएस मछली का बीज 2 स्विफ्ट में डाला है, इनमें से 35 सौ किलो मछलियां निकाली जा चुकी है अभी तालाब में इतनी ही मछलियां बची है, संतोष उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल उन्हें 7 टन मछली का उत्पादन हुआ इससे उन्हें छह लाख से अधिक की आय प्राप्त होगी लागत निकालने के बाद में तकरीबन ₹400000 का मुनाफा हासिल हो सकता है।


इसके तहत किसानों को मछली पालन के लिए ऋणऔर निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है मछली पालन हेतु ऋण लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के मत्स्य पालन विभाग में संपर्क करना होगा इस योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति और महिलाओं को मछली पालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए 60% अनुदान दिया जाएगा


मछली पालन पर सरकार कितना लोन देती है..?

बिना गारंटी 1.60 लाख का लोन,

पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन क्रेडिट कार्ड बनवा कर आप इससे 160000 का बिना गारंटी के लोन भी ले सकते हैं, साथ ही इस मछली पालन क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम ₹300000 तक ऋण भी लिया जा सकता है।



मछली पालन के लिए कितनी जमीन चाहिए...?

दोमट मिट्टी वाले तलाव पानी अधिक समय तक बना रहता है। निजी जमीन पर 0.1 हेक्टेयर (20 बार 50 मीटर या बार 40मीटर ) जल क्षेत्र का पोखर निर्माण कर सकते हैं। सरकार इसके लिए अनुदान भी दे लो रही है, पोखर की गहराई 2 मीटर होना चाहिए।


मछली कितने दिन में 1 किलो की हो जाती है....?

फरवरी मार्च के महीने में मछली को पानी में छोड़ते समय यदि उसका आकार 2,1/2-3 इन्च है तो दिसंबर महीने तक उनका भार लगभग 1 किलो तक हो जाता है।



मछली का बीज कितने रुपए किलो मिलता है...?


मछली बीज फ्राई और फिगर लिंग के रूप में मछली पालकों को आपूर्ति करते हैं। इसे 200 से 250रू किलो की दर से बेचते हैं, ताजा मछली भी तालाब से ही मिल जाती है।




1 एकड़ में कितनी मछली पाली जा सकती हैं...?


इस प्रकार मछली पालन करने से ग्रामीणों को बिना अधिक परिश्रम से और अन्य व्यवसाय करते हुए प्रति वर्ग प्राप्ति एकड़ पंद्रह सौ किलोग्राम मछली के उत्पादन द्वारा₹25000 का शुद्ध लाभ हो सकता है।




सबसे जल्दी बढ़ने वाली मछली कौन सी है...?


वैज्ञानिक नाम कतला, सामान्य नाम कतला भाखुर भौगोलिक निवास एवं वितरण कतला एक सबसे तेज बढने वाली मछली है। यह गंगा नदी तट की प्रमुख प्रजाति है, भारत में इसका फैलाव आंध्र प्रदेश की गोदावरी नदी तक कृष्णा व कावेरी नदियों तक है।




तलाब का पट्टा कितने साल का होता है...?

मछली पालन के लिए मछुआ समुदाय की धुरिया,बाथन,बिंद, कश्यप, धीमर, निषाद, गॉड आदि जातियों को 10 वर्ष तक के लिए तलाब पट्टे पर दिया जाता है।













300% बड़ा रूस से भारत का व्यापार, सस्ते तेल में बढ़ाया देश का आयात


300% बड़ा रूस से भारत का व्यापार, सस्ते तेल में बढ़ाया देश का आयात बिल:-

                                 


नई दिल्ली: भारत ने पिछले 1 साल से रूप से बड़े पैमाने पर कच्चे तेल का आयात किया, जिससे रूस भारत का पांचवा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है। जो वित्त वर्ष 2022 में 25 वे स्थान पर था वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल दिसंबर 2022 के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार 300% बढ़कर 9.1 अरब डॉलर से $35 तक पहुंच गया था।

             हालांकि रूस के साथ भारत का व्यापार घाटा करीब 8 गुना बढ़ गया है। 2022 में देश का व्यापार घाटा 4.03 अरब डॉलर था। जो दिसंबर तिमाही में बढ़कर 30.61 अरब डालर पहुंच गया। भारत से रूस को निर्यात में 13.5% की गिरावट आई और वह 2.2 अरब डॉलर रहा, वहीं आयात 384% बढ़ने से भारत का रूस के सात व्यापार घाटा बड़ा है इसमें कच्चे तेल के आयात की सबसे अधिक योगदान है अप्रैल दिसंबर में भारत में रूप से 25% यानी 32 पॉइंट 61 अरब डॉलर मूल के कच्चे तेल का आयात रियायती दामों पर किया है।


    

निर्यातकों: व्यापार घाटा चिंता का विषय नहीं।

                 

का संगठन फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि भारत रूस के बीच व्यापार घाटा चीन की तरह चिंता का सबब नहीं है, क्योंकि भारत का रूस से गैर जरूरी चीजों का आयात नहीं कर रहा है। रूस से कच्चा तेल रियायती कीमतों पर उपलब्ध है। इसकी वजह से भारत महंगाई से लड़ने में सक्षम है रूस से आयातित कच्चे तेल को रिफाइन करके ऊंची कीमतों पर नीदरलैंड यूरोपीय संघ और अमेरिका को निर्यात किया गया है। इससे भारतीय तेल कंपनियों को मोटी कमाई हुई है, और देश से रिफाइन पेट्रोलियम उत्पादक का निर्यात भी पिछले 1 साल से बढ़ा है।


13.5%:-घटा भारत से रूस को होने वाला निर्यात जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा बढ़कर 30.61 अरब डॉलर पहुंच गया जो 1 साल पहले महज 4.0 3 डॉलर था।


0.5वां:- सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया रूस जो 1 साल पहले 25 नंबर पर था।


Thursday, February 23, 2023

Ladli Bahana Yojana की गाइडलाइन जारी, इन महिल ...

 Ladli Bahana Yojna की गाइड लाइन जारी,इन महिलाओं को 1000रू महीना देगी शिवराज सरकार


MP News:-एमपी में शिवराज सरकार ने लाडली बहना योजना को लेकर गाइड लाइन जारी किया है, इसके जरिए राज्य की कम से कम एक करोड़ बहनों को हर महीने 1000रू की पेंशन दी जाएगी।

लाडली बहना योजना के 5 मार्च से भरे जाएंगे फॉर्म,



                    

Ladli bahana Yojana 





Ladli bahana Yojana news:-शिवराज सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना(ladli bahana Yojana) को लेकर गाइडलाइन जारी हो गई है, इसका लाभ निम्न ही नहीं बल्कि मध्यवर्गीय परिवार को भी मिलेगा, सबसे खास बात यह है कि ग्रामीण इलाकों में योजना का लाभ लेने वाली बहनों को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन बना दी गई है, 5 मार्च से पहले मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना के फॉर्म भरे जाएंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने (Shivraj Singh Chauhan) विधानसभा चुनाव के पहले लाडली बहना योजना को लेकर सबसे बड़ा दाऊ खेल दिया है, इस योजना को लेकर स्पष्ट रूप से कहा जा रहा है कि पूरी योजना के अमली जामा पहनाने के बाद बीजेपी कीबोर्ड बैंक आफ ग्राफ बढ़ जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना के तहत और महिलाओं को ₹1000 महीने पेंशन मिलेगी।

Tuesday, February 21, 2023

एमपी बोर्ड 12वीं एडमिट कार्ड 2023 (MP board 12th admit card 2023)-पीडीएफ डाउनलोड करें



एमपी बोर्ड 12वीं एडमिट कार्ड 2023-मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (एमपी बीएसई) के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से फरवरी 2023 में एमपी बीएसआई कक्षा 12वीं एडमिट कार्ड 2023(MPBSE Class12admit card2023) जारी किए जाने की संभावना है, एमपी बोर्ड 12वीं एडमिट कार्ड 2023 (MP Board 12th admit card 2023) एमपी बीएसआई की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.mponline.gob.in पर जारी किया गया जाएगा! एमपी बीएसआई प्रवेश पत्र 2023 कक्षा 12) छात्र लॉगिन के माध्यम से डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होगा


     https://wwwsarkariyojana.blogspot.com


                     



                 




     छात्र ऐसी लेने के लिए अपने स्कूलों के द्वारा कर सकते हैं। छात्रों को एमपी बोर्ड 12वीं परीक्षा 2023 (MP Board 12th exam2023) मैं उपस्थित होने के दौरान एमपी बीएसआई प्रवेश पत्र 2023 कक्षा बारहवीं को अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा। छात्रों को एमपी बोर्ड 12वीं हॉल टिकट2023(MP Board 12th hall ticket 2023) मैं दिए गए सभी विवरणों की ढंग से जांच करनी चाहिए तथा कम से कम इसके 2 प्रिंट आउट निकालने चाहिए। पिछले साल, एमपी बीएसआई एडमिट कार्ड 25 जनवरी 2022 को जारी किया गया था। एमपी बोर्ड 12वीं हॉल टिकट 2023 (MP Board 12th hall ticket 2023) के बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए पूरा पढ़ें।

https://wwwsarkariyojana.blogspot.com


धान का भाव PB-1 शक्ति वर्धक, 1509 ,1121,1401,1718, साधारण धान ,1637, धान की हाइब्रिड वैरायटी

Date:-23/11/24.              by Abhishek Singh  Day:-Saturday namaskar Kisan mitron Aaj ham Madhya Pradesh ki pratyek Mandi ka bhav aapke sa...