Saturday, February 25, 2023

मछली पालन से मध्य प्रदेश का किसान कमा रहा लाखों, सरकारी योजना का उठाया लाभ

 मछली पालन से मध्य प्रदेश का किसान कमा रहा लाखों, इस सरकारी योजना का उठाया लाभ

                          


मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के रहने वाले किसान संतोष कुमार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ उठा कर अपने खेत में तालाब की खुदाई कराई, इसके बाद 0 पॉइंट 10 हेक्टर जमीन पर बने तालाब पर पंगेश्यम मछली का पालन शुरू किया. अब इससे वह हर साल बंपर मुनाफा हासिल कर रहे हैं।

खेती किसानी में नई-नई तकनीकी आने लगी है, इन तकनीकों के माध्यम से किसान बढ़िया मुनाफा कमाने लगे हैं इधर किसानों के बीच अनुदान पर खेतों में तलाब को खुदवा कर मछली पालन करने का चलन बढ़ा है सरकार भी किसानों को इसके लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है, इससे किसानों के मुनाफे में इजाफा हो रहा है।


खेत में तलाब बनवाकर शुरू किया मछली पालन



मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के रहने वाले किसान संतोष कुमार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ उठाकर अपने खेत में तालाब की खुदाई कराई, इसके बाद 0 पॉइंट 10 हेक्टेयर जमीन पर बने तालाब पर पंगेशियस मछली का पालन शुरू किया, पहले सालों ने 2500 किलो मछली का उत्पादन हासिल हुआ इससे उन्हें 2.50 लाख रू की आय हासिल हुई, लागत निकालने के बाद उन्हें कुल 1.50 लाख रुपए कामुनाफा हुआ, इसी क्रम में दूसरी वर्ष उन्हें लगभग 4000 किलो मछली का उत्पादन कर 300000 से अधिक की आय की प्राप्ति की।



हर साल बढ़ रहा मुनाफ


संतोष ने पिछले साल यानी 2022 में तकरीबन 8000   पंगे सीएस मछली का बीज 2 स्विफ्ट में डाला है, इनमें से 35 सौ किलो मछलियां निकाली जा चुकी है अभी तालाब में इतनी ही मछलियां बची है, संतोष उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल उन्हें 7 टन मछली का उत्पादन हुआ इससे उन्हें छह लाख से अधिक की आय प्राप्त होगी लागत निकालने के बाद में तकरीबन ₹400000 का मुनाफा हासिल हो सकता है।


इसके तहत किसानों को मछली पालन के लिए ऋणऔर निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है मछली पालन हेतु ऋण लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के मत्स्य पालन विभाग में संपर्क करना होगा इस योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति और महिलाओं को मछली पालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए 60% अनुदान दिया जाएगा


मछली पालन पर सरकार कितना लोन देती है..?

बिना गारंटी 1.60 लाख का लोन,

पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन क्रेडिट कार्ड बनवा कर आप इससे 160000 का बिना गारंटी के लोन भी ले सकते हैं, साथ ही इस मछली पालन क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम ₹300000 तक ऋण भी लिया जा सकता है।



मछली पालन के लिए कितनी जमीन चाहिए...?

दोमट मिट्टी वाले तलाव पानी अधिक समय तक बना रहता है। निजी जमीन पर 0.1 हेक्टेयर (20 बार 50 मीटर या बार 40मीटर ) जल क्षेत्र का पोखर निर्माण कर सकते हैं। सरकार इसके लिए अनुदान भी दे लो रही है, पोखर की गहराई 2 मीटर होना चाहिए।


मछली कितने दिन में 1 किलो की हो जाती है....?

फरवरी मार्च के महीने में मछली को पानी में छोड़ते समय यदि उसका आकार 2,1/2-3 इन्च है तो दिसंबर महीने तक उनका भार लगभग 1 किलो तक हो जाता है।



मछली का बीज कितने रुपए किलो मिलता है...?


मछली बीज फ्राई और फिगर लिंग के रूप में मछली पालकों को आपूर्ति करते हैं। इसे 200 से 250रू किलो की दर से बेचते हैं, ताजा मछली भी तालाब से ही मिल जाती है।




1 एकड़ में कितनी मछली पाली जा सकती हैं...?


इस प्रकार मछली पालन करने से ग्रामीणों को बिना अधिक परिश्रम से और अन्य व्यवसाय करते हुए प्रति वर्ग प्राप्ति एकड़ पंद्रह सौ किलोग्राम मछली के उत्पादन द्वारा₹25000 का शुद्ध लाभ हो सकता है।




सबसे जल्दी बढ़ने वाली मछली कौन सी है...?


वैज्ञानिक नाम कतला, सामान्य नाम कतला भाखुर भौगोलिक निवास एवं वितरण कतला एक सबसे तेज बढने वाली मछली है। यह गंगा नदी तट की प्रमुख प्रजाति है, भारत में इसका फैलाव आंध्र प्रदेश की गोदावरी नदी तक कृष्णा व कावेरी नदियों तक है।




तलाब का पट्टा कितने साल का होता है...?

मछली पालन के लिए मछुआ समुदाय की धुरिया,बाथन,बिंद, कश्यप, धीमर, निषाद, गॉड आदि जातियों को 10 वर्ष तक के लिए तलाब पट्टे पर दिया जाता है।













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